भारतीय कला, संस्कृति, धर्म, आध्यात्मिक इतिहास और विरासत से संबंधित विषयों पर शोध और पुस्तक तथा पत्र पत्रिकाओं का प्रकाशन।
आयुर्वेद के विकास के साथ काम करना।
पत्रकारिता एवं शिक्षण संस्थानों के अध्ययन से सनादिध् को विकास की गति मिलेगी।
योग और योग से संबंधित कार्यशालाओं का आयोजन कर जागरूकता फैलाने का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के चिरानर कार्यक्रम को पुनर्स्थापित करना तथा इसके क्रियान्वयन एवं सार्थक पहल का समन्वय करना।
भारत की उपेक्षित विरासत के बारे में जागरूकता पैदा करना महत्वपूर्ण है और इसके उद्देश्य और शोध पत्र-पत्रिकाओं को प्रकाशित करना पसंद करते हैं।
गंगा, सोन जैसी सरयू और नदियों तथा उनके तटों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण विकास कार्य करना तथा जलाशयधने के लिए काम करना।
गोवंश संरक्षण, भोजपुरी संस्कृति एवं साहित्य के विकास हेतु योजना बनाने एवं उसके क्रियान्वयन हेतु अभियान चलाए जाएंगे।
जाति, धर्म या पंथ के भेदभाव की भावना से युक्त लोक कल्याणकारी समाज तथा सामाजिक, पारिवारिक, सांस्कृतिक, नैतिक कल्याण की उपेक्षा करना तथा कल्याण के लिए कार्य करना।
विभिन्न पुरस्कार योजनाएं जैसे फेलोशिप, लेक्चरशिप, छात्रवृत्ति आदि प्रदान करना।
संगीत, ललितकला, शिल्पकला, व्यवसायिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक शिक्षा सह प्रशिक्षण प्रावधान।
निरक्षर महिलाओं और पुरुषों को साक्षरता मिशन के माध्यम से साक्षर बनाना, प्रौढ़ शिक्षा और अनौपचारिक शिक्षा, साक्षरता और पुस्तकालयों की स्थापना करना तथा आचंलयों की स्थापना करना।
मूक, बधिर, अंधे और विकलांगों को स्कूल में शिक्षा के लिए सहायता और उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास।
हिखमांगोआन और कोडीज़्योआन सहायता के उत्थान के लिए काम करेंगे।
धर्मार्थ औषधालय, नर्सिंग होम, एम्बुलेंस आदि उपलब्ध हैं तथा इनके संचालन हेतु आंशिक शुल्क तथा निःशुल्क आक का संचालन, उपकरण साझा करना तथा विकलांगों के लिए बंटोआना उपलब्ध है।
छात्रावास या बॉडिंग हाउस स्थापित करना तथा गरीब और जरूरतमंद शिक्षार्थियों को उचित सहायता प्रदान करना।
गो रक्षा, पशु संरक्षण और स्थानीय मूल गोवंश का पुनर्जनन।
कल्याणकारी प्रावधान हेतु प्रकाश एवं स्वच्छ पेयजल आदि।
पर्यावरण एवं वृक्षारोपण के संबंध में प्रदूषण को समाप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत हर संभव प्रयास।
विधवाओं, अनाथ बच्चों का भरण-पोषण और व्यावसायिक प्रशिक्षण।
विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी तथा अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और अन्य चिकित्सा संस्थान शुरू किए जाएंगे।
विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं जैसे आंधी, तूफ़ान, भूकंप, ज्वालामुखी, प्लेग, महामारी, एड्स, स्वाइन फ़्लू आदि से प्रभावित लोगों को आर्थिक या अन्य प्रकार से सहायता प्रदान की जाती है। इसी प्रकार, हड़ताल, युद्ध, दंगों जैसी मानव निर्मित आपदाओं से प्रभावित व्यक्तियों को नकद सहायता या आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जाता है।
ट्रस्ट को समय-समय पर अचल सम्पत्ति खरीदने, निर्माण करने, पुनर्निर्माण करने, नवीनीकरण करने, सुधार करने, विकास करने, किराये पर देने, बेचने आदि का कार्य करना होता है, तथा ऐसी कार्रवाई ट्रस्ट के हित में होती है तथा ट्रस्ट को वित्तीय आय प्राप्त होती है तथा उपरोक्त उद्देश्यों में सहायता प्राप्त होती है।
विदेशी शैक्षिक संगठनों और संस्थाओं या सरकारों को अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बेहतर बनाने या उन्हें बेहतर बनाने के लिए।
ग्रामीण विकास कार्यक्रम, पेयजल आपूर्ति, ग्रामीण सड़क निर्माण, विद्यालय निर्माण, सिंचाई, कूप निर्माण, आवास निर्माण, सामुदायिक भवन, शौचालय निर्माण तथा तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना तथा उसका क्रियान्वयन करना।
मृदा एवं जल संरक्षण कार्यक्रमों को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित किया जाएगा। लाभार्थियों एवं उनकी समस्याओं के आधार पर परियोजना का निर्धारण, नई तकनीक, सिंचाई हेतु वर्षा जल संग्रहण का ज्ञान एवं अन्य जीवों को सुरक्षित रखने, प्रदूषण नियंत्रण, जल प्रदूषण नियंत्रण हेतु जानकारी। आर्थिक विकास, डेयरी, पौधारोपण, भू-दृश्यांकन आदि से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देना, इसके विपणन का प्रावधान, परियोजना निर्माण एवं कार्यान्वयन हेतु सदस्यों या संबर्ज़ध संस्थाओं को सहयोग प्रदान करना।